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 DESH BHAKTI STATUS IN HINDI 

दोस्तो, आज का लेख देश पर आधारित है, इस लेख में आपको देशभक्ति पर आधारित कई शायरियाँ मिलेंगी, दोस्तो हमें गर्व है कि हम भारत में पैदा हुए है, जहाँ भगत सिंह, चंद्रशेखर जैसे देशप्रेमियों ने देश के लिए बलिदान दिया। यहा आज की पोस्ट में एटीट्यूड आर्मी शायरी, देश भक्ति स्टेटस से जुड़ी बेहतरीन शायरी आपको मिलेगी, जिसे पढ़कर आप में देशभक्ति की भावना और मजबूत हो जाएगी।

ये दुनिया….एक दुल्हन
ये दुनिया….एक दुल्हन…दुल्हन के माथे पे बिंदिया
I Love My India
आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक बूंद भी लहू की
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे
जय हिन्द
देशभक्तों से ही देश की शान है
देशभक्तों से ही देश का मान है
हम उस देश के फूल हैं यारों
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है
जय हिन्द
दिलदारों सा दिल रख कर ।
वहाँ भी अपनी यारी निभा लेते है,
हँसी ठिठोली की खूब बातें कर
मन के जज़्बात को आसानी से छुपा देते है….
सुना है, कुछ नक्कार,
हमारी वीरता का सबूत मांगते है।
ज़रा भेजो तो उन्हें सरहद पर,
सिरफिरे खुद के लिए ताबूत माँगते है।
जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो:
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो:
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन,
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।
वक्त आ गया हैं अब, दुनिया से साफ़ साफ़ कहना होगा
देश प्रेम की प्रबल धारा में सबको बहना होगा
जिसे तिरंगा लगे पराया, मेरा देश छोड़ के जाना होगा
हिंदुस्तान में हिंदुस्तानी बनकर ही रहना होगा
दिल हमारे एक हैं एक ही है हमारी जान,
हिंदुस्तान हमारा है हम हैं इसकी शान,
जान लुटा देंगे वतन पे हो जायेंगे कुर्बान,
इसलिए हम कहते हैं मेरा भारत महान।
ऐ पाक, तेरा ख़्वाब नजारा ही रहेगा,
तू क़िस्मत का मारा है मारा ही रहेगा,
तेरे हर सवाल का जबाब करारा ही रहेगा,
कश्मीर हमारा हैं और हमारा ही रहेगा 
दाबोगे अगर और उभर आयेगा भारत,
हर वार पर कुछ और निखर जायेगा भारत
दस-बीस जाहिलों को ग़लतफ़हमी हुई है,
दो-चार धमाको से ही डर जायेगा भारत
दिवाली में बसे “अली”, रमजान में बसे “राम”,
ऐसा सुंदर होना चाहिए अपना हिन्दुस्तान
भारत का वीर जवान हूँ मैं,
ना हिन्दू, ना मुसलमान हूँ मैं,
जख्मो से भरा सीना हैं मगर,
दुश्मन के लिए चट्टान हूँ मैं,
भारत का वीर जवान हूँ मैं
जो धरा पर गिर पड़े पर आसमानी हो गये हैं.
उन आँखों की दो बूंदों से सातों सागर हारे हैं,
जब मेहँदी वाले हाथों ने मंगल-सूत्र उतारे हैं.
कुछ पन्ने इतिहास के
मेरे मुल्क के सीने में शमशीर हो गएँ,
जो लड़े, जो मरे वो शहीद हो गएँ,
जो डरे, जो झुके वो वजीर हो गएँ.
चिंगारी आजादी की सुलगी मेरे जश्न में हैं,
इन्कलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में हैं,
मौत जहाँ जन्नत हो ये बात मेरे वतन में हैं,
कुर्बानी का जज्बा जिन्दा मेरे कफन में हैं.
ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई ,
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता ,
नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हे कई ,
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता
मैं भारत बरस का हरदम सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ
खून से खेलेंगे होली,
अगर वतन मुश्किल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है,,
तेरे दामन से जो आये, उन हवाओं को सलाम
चूम लूँ मैं उस जुबां को जिस पे आये तेरा नाम
सबसे सुन्दर सुबह तेरी
सबसे सुन्दर तेरी शाम
तुझ पे दिल कुरबान
ऐ मेरे प्यारे वतन,
ऐ मेरे पिछड़े चमन
तुझ पे दिल कुर्बान।।
तिरंगा है आन मेरी
तिरंगा ही है शान मेरी
तिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारा
तिरंगे से है धरती महान मेरी
सुन्दर है जग में सबसे, नाम भी सबसे न्यारा है
वो देश हमारा है, वो देश हमारा है
जहाँ जाति भाषा से बढ़कर देशप्रेम की धारा है
वो देश हमारा है, वो देश हमारा है

सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा
हम बुलबुलें हैं उसकी वो गुलसिताँ हमारा।
परबत वो सबसे ऊँचा
हमसाया आसमाँ का
वो संतरी हमारा वो पासबाँ हमारा ……
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये….
लिख रहा हूं मैं अजांम जिसका कल आगाज आयेगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाऐगा
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा
लड़ें वो बीर जवानों की तरह,
ठंडा खून फ़ौलाद हुआ,
मरते-मरते भी की मार गिराए,
तभी तो देश आज़ाद हुआ.
किसी को लगता हैं हिन्दू ख़तरे में हैं,
किसी को लगता मुसलमान ख़तरे में हैं,
धर्म का चश्मा उतार कर देखो यारों,
पता चलेगा हमारा हिंदुस्तान ख़तरे में हैं.
है नमन उनको कि जो यशकाय को अमरत्व देकर,
इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गये हैं,
है नमन उनको जिनके सामने बौना हिमालय,
उनके हौंसले का मुकाबला ही नहीं है कोई
जिनकी कुर्बानी का कर्ज हम पर उधार है
आज हम इसीलिए खुशहाल हैं क्यूंकि
सीमा पे जवान बलिदान को तैयार है
बर्फ के पहाड़ों पर आग सा जलता है,
रेत के रेगिस्तान में वो हिम सा ठहरता है।
एक फौजी ही तो है जनाब,
जो देश पे मर कर भी जिंदगी जी जाता हैं।
ऐ मेरे पाँव के छालों
ज़रा लहू उगलो..,
सिरफिरे मुझसे सफ़र के निशान माँगेगे..!!
खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं,
मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूँ उन्हें सलाम ए वतन पे मिटने वालों,
तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब बसता है…
जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,
जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये
* जय-हिन्द *
चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें,
शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद करले,
जिसमे बहकर आज़ादी पहुची थी किनारे पे,
देशभक्तों के खून की वो धरा याद कर लें
शम्मा-ए-वतन की लौ पर जब कुर्बान पतंगा हो,
होठों पर गंगा हो और हाथों में तिरंगा हो
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं,
देखना हैं जोर कितन बाजू-ए-कातिल में हैं,
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां,
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में हैं
किसी को लगता हैं हिन्दू ख़तरे में हैं,
किसी को लगता मुसलमान ख़तरे में हैं,
धर्म का चश्मा उतार कर देखो यारों,
पता चलेगा हमारा हिंदुस्तान ख़तरे में हैं
चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो
लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो
दिलों की नफरत को निकालो
वतन के इन दुश्मनों को मारो
ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन
भारत माँ के सम्मान को बचा लो
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा
ये मुल्क मेरी जान है
इसकी रक्षा के लिए
मेरा दिल और जां कुर्बान है
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा
इतनी सी बात हवाओं को बताये रखना
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना
लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने
ऐसे तिरंगे को हमेशा दिल में बसाये रखना
आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक बूंद भी लहू की
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे
अनेकता में एकता ही इस देश की शान है,
इसीलिए मेरा भारत महान है
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम भारतीय हैं – जय भारत, वन्दे मातरम
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं
 न हिंदू देखा न मुसलमान देखा
उस फौजी ने पानी में डूबता इंसान देखा,
नवजात को न धर्म को, अदालत
फौजी ने बनाया हर इंसान को।

देश भक्ति स्टेटस दबंग

 जीत पीना सीख लिया,
हार के नहीं बैठ रहे।
‘ जिनको आदत हो तूफानों से लड़ने की
वो हवा के झोंकों से नहीं डरा करते।….
 एक बेटा शहीद हुआ है
दो बेटे और आगे कर दिए
सलाम है ऐसी “माँ “को
जिसने वतन के खातिर
सपूत न्योछावर कर दिए…..
इनाम में मिली नहीं आजादी
ना रिश्वत देकर पाई है
उठा पढो इतिहास जरा
कितनों ने बलि चढ़ाई है
मेरा कत्ल कर दोकोई शिकवा ना होगा,
मुझे धोखा दे दो कोई बदला न होगा,
पर जो आँख उठी मेरे वतन ए हिन्दुस्तान पे,
तो फिर तलवार उठेगी और फिर
कोई समझौता न होगा!
 ज़िन्दगी जी नही उसने मौत भी उससे हारी है।
वो खड़ा देश की सरहद पर अकेला सब पर भारी है।
ज़िन्दगी जिया तो हर कोई मौत भी सबको आती है।
असल में जिया वही,
जिसकी ज़िन्दगी वतन के काम आती है
 जो देश की हिफाजत के लिए सरहद पर आते हैं,
अक्सर उनके इश्क़ के किस्से अधूरे रह जाते हैं…

मेरे देश तुझको नमन है मेरा,
जीऊं तो जुबां पर नाम हो तेरा
मरूं तो तिरंगा कफन हो मेरा
खूब बहती है गंगा बहने दो
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो
लाल हरे में मत बांटो मुझको
छत पर मेरे एक तिरंगा रहने दो।
 आरजू बस यही है
दम निकले तो तेरी बन्दगी में
जय हिंद का नारा हो,
तिरंगा कफ़न हमारा हो।
 आरजू बस यही है
मेरी हर सांस देश के नाम हो
जो सिर उठे तो मेरे सामने तिरंगा हो
जो सिर झुके तो वतन को प्रणाम हो। 
चिराग जलते है तो जलने दो
आसमां रोशन होता है होने दो
बंद करो हिन्दू मुस्लिम को बाटने का धंधा
अब हमे मिलजुलकर एक तिरंगे के नीचे रहने दो।
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर
भारत का ही नाम होगा सबकी जुबान पर
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर
कोई जो उठाएगा आँख हिंदुस्तान पर
गुलाम बने इस देश को आजाद तुमने कराया है
सुरक्षित जीवन देकर तुमने कर्ज अपना चुकाया है
दिल से तुमको नमन हैं करते
ये आजाद वतन जो दिलाया है
मत देख लेना निगाह उठा कर
मेरे वतन की तरफ वरना
वक्त भी तुम्हारा होगा
जगह भी तुम्हारी होगी
बस तिरंगा हमारा होगा।
तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान हैं,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान हैं,
यही है गंगा, यही हैं हिमालय, यही हिन्द की जान हैं,
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान हैं
जय हिन्द
चूमा था वीरों ने फांसी का फंदा
यूँ ही नहीं मिली थी, आजादी खैरात में
वो जान देश से हार गया
दीवानगी ही ऐसी थी
पूरे देश ने भी सिर झुकाना
उसकी रवानगी ही ऐसी थी
सो गया भारत मां की गोद में
वीर बहादुर एक बच्चा था
फौलाद जैसे इरादों थे मजबूत
देशभक्त वो सच्चा था
 एक शख्स ने फौजी से पूछ लिया,
जान देते हो वतन के लिए क्या मिलता है,
उसने इशारा तिरंगे की ओर किया और कहा
जो किसी को नहीं मिलता है वो हमें मिलता है..
 मेरे देश की हिफाज़त ही मेरा फर्ज
हैं, और मेरा देश ही मेरी जान है, इस
पर कुर्बान है मेरा सब कुछ, नहीं
इससे बढ़कर मुझको अपनी जान है..
 रूठी थी किस्मत मेरी अब
मेहरबान हो गयी
भारतीय फौजी के नाम से ही
मेरी पहचान हो गयी
जिसे सींचा लहू से है वो यूँ खो नहीं सकती,
सियासत चाह कर विष बीज हरगिज बो नहीं सकती,
वतन के नाम पर जीना वतन के नाम मर जाना,
शहादत से बड़ी कोई इबादत हो नहीं सकती.
जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं,
जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं.
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं,
देखना हैं जोर कितन बाजू-ए-कातिल में हैं,
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां,
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में हैं.
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
क्या लोग थे वो अभिमानी
है धन्य वो उनकी जवानी
जय हिन्द!!
पूछ बैठा एक नादान शहीद की माँ से,
‘क्या करता था बेटा तेरा, कितनी की उसने कमाई की है?
माँ बोली,
“जीता था देश के लिए, ये वर्दी उसने कमाई है।
 चारो और ख़ामोशी थी,
आंध्रा भी क्या खूब छाया था।
आँखें नम थी पूरे देश की जब,
वीर तिरंगे में लिपट कर घर वापस आया था।
यूँ तो कह देना आसान है,
की शहादत के बदले पैसे और सुविधाएं मिली होगी,
पर क्या वो सब मिलकर उनकी कमी को
पूरी कर पाई होंगी?
अंग्रेजी हुकूमत के अत्याचार में भी
वो आबाद था,
___ आज़ाद हिंद फौज का निर्माता
वो सुभाष था।
 मर मिटे इस मिट्टी के लिये,
जो स्वर्ग से भी प्यारी हैं।
बाहें खोल ए मातृभूमि,
‘दुनिया में सबसे प्यारी हैं।

देश की मिट्टी शायरी

 दूरियां हो मगर दिल से प्यार ये कम नहीं करना
हमारी याद भी आये तो कोई गम नहीं करना
मिलूंगा मैं तुम्हें जब फ़ौज से फुर्सत मिली दिलबर
‘अगर ना लौट कर आया तो आंखें नम नहीं करना।
जिन्हें हम हार समझ बैठे थे गला अपना सजाने को,
वहीं अब नाग पर बैठे हमी को काट खाने को।
 आन बान और शान मेरे देश की ये फौजी नौजवान है,
तीन रंगों से सजा तिरंगा यही हमारी पहचान है।
 तन अनेक पर एक प्राण स्वर अनेक पर एक गान,
हम कण कण पर छा जाएंगे बन कर भारत का स्वाभिमान।
 तूफान कभी शांत नहीं होते
आंधियों से जो डर जाए वो मुकाम नहीं होते
जो देश के झंडे को सलाम नहीं करते
वो सच्चे इंसान नहीं होते।
देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें
अखंड भारत के सपने का जूनून है हमें
खींच दो अपने ख़ूँ से जमीं पर लकीर
इस तरफ आने पाये ना रावण कोई
तोड़ दो अगर कोई हाथ उठने लगे
छू ना पाये सीता का दामन कोई
राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
ऐ मेरे प्यारे वतन,
ऐ मेरे पिछड़े चमन
तुझ पे दिल कुर्बान
जिंदगी है कल्पनाओं की जंग
कुछ तो करो इसके लिए दबंग
जियो शान से भरो उमंग
लहराओ सबसे दिलों में देश के लिए तिरंग
इश्क तो करता है हर कोई
महबूब पे तो मरता है हर कोई
कभी वतन को महबूब बना के देखो
तुझ पे मरेगा हर कोई
कर चले हम फ़िदा जाने तन साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
जय हिन्द

कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है….
जय हिन्द
किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ,
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ।
जय हिन्द..
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है….
मैं भारतवर्ष का हरदम अमिट सम्मान करता हूँ
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।
जय हिन्द
जो देश के लिए शहीद हुए
उनको मेरा सलाम है
अपने खून से जिस जमीं को सींचा
उन बहादुरों को सलाम है
जय हिन्द
खून से खेलेंगे होली,
अगर वतन मुश्किल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है
जय हिन्द
खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं,
मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूँ उन्हें सलाम ए वतन पे मिटने वालों,
तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब बसता है…
जय हिन्द
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये….
जय हिन्द
लिख रहा हूं मैं अजांम जिसका कल आगाज आयेगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाऐगा
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा
जय हिन्द
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये
जय हिन्द
तैरना है तो समंदर में तैरो नालों में क्या रखा हैं,
प्यार करना है तो देश से करो औरों में क्या रखा हैं…
खूब बहती है, अमन की गंगा बहने दो,
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो,
लाल हरे रंग में ना बाटो हमको,
मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो…
रात होते ही आप नींद में खो जाते है,
सूरज ढलते ही वो तैनात हो जाते है…
इस तिरंगे को कभी मत तुम झुकने देना,
देश की बढ़ती शान को तुम कभी न रुकने देना,
यही अरमान है बस अब इस दिल में, कि ऐसे ही आगे तुम बढ़ते रहना।
लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा.
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा
ये मुल्क मेरी जान है
इसकी रक्षा के लिए
मेरा दिल और जां कुर्बान है
वतन की मोहब्बत में खुद को तपाये बैठे है,
मरेगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे हैं! 🇮🇳
अब तो मरना जीना बस तिरंगे के नाम होगा,
अगला जन्म लिया तो मेरा देश हिंदुस्तान ही होगा।
 मेरा दिल मेरी धड़कन मेरी जान हो तुम
अब तो मेरे वजूद की पहचान हो तुम
ए मेरे भारत देश महान हो तुम महान हो तुम।
देश भक्ति जिसमें हो बस वो एक दिल साज है,
देश भक्ति जिसमें नहीं वो जिंदगी बेकार है।
 ये तीन रंग का झंडा हमारी शान है,
इसी में पूरा हिंदुस्तान है। 
चढ़ गये जो हँसकर सूली, खाई जिन्होंने सीने पर गोली,
हम उनको प्रणाम करे हैं, जो मिट गये देश पर,
हम सब उनको सलाम करते हैं
आओ झुककर सलाम करे उनको,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
खुशनसीब होते हैं वो लोग,
जिनका लहू इस देश के काम आता है
फना होने की इज़ाजत ली नहीं जाती,
ये वतन की मोहब्बत है जनाब…
पूछ के नहीं की जाती
गीले चावल में शक्कर क्या क्या गिरी,
तुम भिखारी खीर समझ बैठे,
चंद कुत्तो ने पाकिस्तान जिंदाबाद क्या बोला,
तुम कश्मीर को अपने बाप की ज़ागीर समझ बैठे
गूँजे कहीं पर शंख,
कही पे अजाँ हैं,
बाइबिल है, ग्रन्थ साहब है,
गीता का ज्ञान हैं,
दुनिया में कहीं और यह मंजर नसीब नही,
दिखाओ जमाने को यह हिन्दुस्तान हैं
तेरे दामन से जो आये, उन हवाओं को सलाम
चूम लूँ मैं उस जुबां को जिस पे आये तेरा नाम
सबसे सुन्दर सुबह तेरी
सबसे सुन्दर तेरी शाम
तुझ पे दिल कुरबान
ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ मेरे पिछड़े चमन
तुझ पे दिल कुर्बान।।
जय हिन्द
तिरंगा है आन मेरी
तिरंगा ही है शान मेरी
तिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारा
तिरंगे से है धरती महान मेरी
जय हिन्द
जिंदगी है कल्पनाओं की जंग
कुछ तो करो इसके लिए दबंग
जियो शान से भरो उमंग
लहराओ सबसे दिलों में देश के लिए तिरंग
जय हिन्द
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं
जय हिन्द

इतनी सी बात हवाओं को बताये रखना
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना
लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने
ऐसे तिरंगे को हमेशा दिल में बसाये रखना
जय हिन्द
मैं भारत बरस का हरदम सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हुँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ
न मरो सनम बेवफा के लिए,
दो गज जमीन नहीं मिलेगी दफ़न होने के लिए,
मरना है तो मरो वतन के लिए,
हसीना भी दुपट्टा उतार देगी तेरे कफ़न के लिए
शहीद भगत सिंह के
आखिरी शब्द..
“भारत मां तू रो मत मैं फिर आऊंगा!”।
भारत माता की जय
हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद
जय हिन्द !!
अपने देश का हरदम सम्मान करो,
अपनी जन्मभूमि का हरदम गुणगान करो,
तिरंगे को हरदम सलाम करो|

देश भक्ति शायरी गजल

यहीं रह कर अपनी धरती माँ की सेवा करना चाहता हूँ ,
जिस माँ ने मुझे सब कुछ दिया उसे छोड़ कर मैं कभी नहीं जाऊंगा।
शहीदों के हौसलों को मेरा प्रणाम,
जिन्होंने देश के लिए अपना सब कुछ किया कुर्बान,
इन्हीं शहीदों के तयाग की वजह से
आज आप और हम  है खुशाल।
हम भारतीय हैं
हम अपनी भारत माता की रक्षा के लिए सदैव तैयार हैं
हमें गर्व है इस भारत मिटी के पूत हैं
हमें गर्व है की हम अपने देश से प्यार करते है और
इसलिए गर्व से बोलो जय हिन्द
अभिमान से कहो भारतीय है हम
जय भारत , जय हिंदुस्तान
स्वतंत्रता के पेड़ को देशभक्तों और अत्याचारियों के खून से समय-समय पर पानी पिलाया जाना चाहिए। भारत माता की जय
मुझे इस बात पर गर्व है की मैं भारत माता का बेटा हूँ| हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद
देशभक्ति हमसे बलिदान की मांग करती है| जय हिन्द !!
मैं देशभक्ति की ज्योति जलाना चाहता हूं|भारत माता की जय
जब एक राष्ट्र संघर्ष से भरा होता है, तो देशभक्त फलते-फूलते हैं। हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद
अगर हम अपने देश से प्यार करते हैं, तो हमें अपने देशवासियों से भी प्यार करना चाहिए|
जब तक आप मानव जाति से बाहर देशभक्ति की दस्तक नहीं देंगे, तब तक आपके पास एक शांत दुनिया नहीं होगी। जय हिन्द !!
ये देशभक्ति ही है जिस से आपको लगता है की आप का देश सबसे महान है क्योंकि आप इस देश में पैदा हुए हो| भारत माता की जय
देश के प्रति हमेशा वफादार रहो लेकिन सरकार के प्रति वफादार तभी होना चाहिए जब वो इसकी हकदार हो. हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद
निर्दोष लोगों की हत्त्या से बड़ी कोई शर्म की बात नहीं है और इस शर्म को ढकने के लिए किसी भी देश के पास इतना बड़ा झंडा नहीं है
अगर हम अपने देश से प्यार करते हैं, तो हमें अपने देशवासियों से भी प्यार करना चाहिए|
जब तक आप मानव जाति से बाहर देशभक्ति की दस्तक नहीं देंगे, तब तक आपके पास एक शांत दुनिया नहीं होगी। जय हिन्द !!
ये देशभक्ति ही है जिस से आपको लगता है की आप का देश सबसे महान है क्योंकि आप इस देश में पैदा हुए हो| भारत माता की जय
देश के प्रति हमेशा वफादार रहो लेकिन सरकार के प्रति वफादार तभी होना चाहिए जब वो इसकी हकदार हो. हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद
निर्दोष लोगों की हत्त्या से बड़ी कोई शर्म की बात नहीं है और इस शर्म को ढकने के लिए किसी भी देश के पास इतना बड़ा झंडा नहीं है
जनता को कुछ भी मुफ्त में न दो केवल शिक्षा न्याय और इलाज मुफ्त होना चाहिए
उन आँखों के दो आंसुओं से समुन्दर भी हरे होंगे जब मेंहदी वाले हाथों ने मंगलसूत्र उतारे होंगे
फना होने की इजाजत ली नहीं जाती ये वतन की मोहब्बत है पूछ कर की नहीं जाती
देशभक्तों को अक्सर लोग पागल ही कहते हैं| भारत माता की जय
पगली तेरी याद तो बहुत आती है पर मेरे वतन की मोहब्बत भारी पड़ जाती है| जय हिन्द !!
भारत माता के लिए अब हमने सब कुछ छोड़ देना है और अपन मुख बॉर्डर की तरफ मोड़ देना है
पूछना है तो पूछ इस जमाने से हमारी क्या कहानी है हमारी पहचान तो सिर्फ हिन्दुस्तानी है
एक अच्छा आदमी और एक अच्छा नागरिक बनना हमेशा एक ही बात नहीं है। हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद
सबसे बड़ी देशभक्ति अपने देश को बताना है जब वह बेईमानी, मूर्खतापूर्ण, शातिर व्यवहार कर रही हो।
देश की सेवा ही नागरिकता है| जय हिन्द !!
मुझे लगता है कि देशभक्ति दान की तरह है – यह घर पर शुरू होती है। भारत माता की जय
सहिष्णुता और स्वतंत्रता एक महान गणराज्य की नींव हैं।
सरहद पर बैठा हर फौजी अपना फ़र्ज़ निभा रहा है वो भारत माता की मोहब्बत का क़र्ज़ चुक्का रहा है
बॉर्डर पर बैठे हमारे एक जवान ने क्या खूब कहा है खुशनसीब हो पाकिस्तानियो जो तुम शेरो का शिकार करते हो हम हिन्दुस्तानियों को तो रोज़ कुत्ते ही मारने पड़ते हैं. जय हिन्द !!
जनाब हर किसी को नहीं चढ़ता नशा देश भक्ति का, जिगर होना चाहिए जवानी बर्बाद करने का| जय हिन्द !!
शाम होते ही हम जश्न में डूब जाते हैं और वहाँ सरहद पर जवान तैनात हो जाते हैं| हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद
ये न सोचो की देश आपके लिए क्या कर सकता है बल्कि ये सोचो की आप देश के लिए क्या कर सकते हो
परंपरा के प्रति प्रेम ने एक राष्ट्र को कभी कमजोर नहीं किया है, वास्तव में इसने राष्ट्रों को संकट की घड़ी में मजबूत किया है। भारत माता की जय
गर्व करें कि आप ऐसे देश में रहते हैं जिसका इतना समृद्ध इतिहास और विरासत है
इस महान भूमि में जन्म लेने वाले सभी लोगों की एक ही पहचान है – हम सभी भारतीय हैं।
हमारे इस महान देश को कोटि कोटि परनाम. भगवान् करे ये और भी समृद्ध और खुशहाल बने| जय हिन्द !!
हमें भारत के युवाओं को यह संकल्प लेना चाहिए कि जब तक हमारी आखिरी सांस तक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी, हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ेंगे। हम अपनी भारत माता की रक्षा करेंगे, जय हिंद!
अपने लिए तो सभी जीते हैं पर मैं वतन के लिए जीना चाहता हूँ. हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद
स्वतंत्रता कुछ और नहीं बल्कि बेहतर होने का मौका है| भारत माता की जय
मैं ऐसे गौरवशाली हिन्दु राष्ट्र का हिस्सा होने में गर्व महसूस करता हूँ.
एकता का कारण बनो, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ो, और भारत देश का झंडा फहराओ। जय हिन्द !!
एक आदमी का देश भूमि, पहाड़ों, नदियों और जंगल का एक निश्चित क्षेत्र नहीं है, लेकिन यह एक सिद्धांत है, और देशभक्ति उस सिद्धांत के प्रति निष्ठा है। Proud of my country
जंग में जब भी तुम्हारा बलिदान होगा
इतिहास और दिल के पन्नो पर
ऐ सैनिक तुम्हारा नाम होगा..!
आओ झुकर सलाम करे उनको जिनके हिस्से मे ये मुकाम आता है
खुसनसीब है वो खून जो देश के काम आता है !
जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं
जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं !
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा ये मुल्क
मेरी जान है इसकी रक्षा के लिए मेरा
दिल और जान कुर्बान है !
अनेकता में एकता ही इस देश की शान है
इसीलिए मेरा भारत महान है !
भारत की फ़िज़ाओं को सदा याद रहूँगा
आज़ाद था आज़ाद हूँ आज़ाद रहूँगा !
चाहता हूँ कोई नेक काम हो जाए
मेरी हर साँस देश के नाम हो जाए !
लड़े जंग वीरों की तरह जब खून खौल फौलाद हुआ
मरते दम तक डटे रहे वो तब ही तो देश आजाद हुआ !
हम अपनी एकता से विश्व को हिलाएंगे
अमन और शांति सारी दुनिया में लाएंगे..!
वतन की मोहब्बत दिल में दबाये बैठे है
मरेगे वतन के लिए शर्त शहादत से लगाये बैठे हैं!
अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा नही सकते
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका नही सकते
अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नही !!
लिख रहा हूँ मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा !

जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो
जब आँख बंद हो तो यादे हिन्दुस्तान की हो
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन,
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो..
दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान है
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक तुझ में जान है !
देश की हिफाजत मरते दम तक करेंगे
दुश्मन की हर गोली का हम सामना करेंगे
आजाद हैं और आजाद ही रहेंगें !
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