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TIME QUOTES IN HINDI
Waqt Shayari in Hindi: वक्त साथ हो तो हार भी जीत में बदल जाता है। हमारी आज की शायरी की टॉपिक है वक्त पर शायरी। अगर आप भी वक्त की शायरी पड़ना चाहते है, तो आप सही जगह पर आए है। हम आपके लिए लेकर आए है बेहतरीन वक्त की शायरी(Waqt Shayari in Hindi)। पढ़िए हमारी साइट की बेस्ट वक्त की शायरी को और शेयर करे अपनी WhatsApp, Facebook or Instagram पर
जब समय का तमाचा पड़ता है,
तो कोई फकीर तो कोई बादशाह बन जाता है।
समय की एक बात अच्छी होती है,
जैसा भी होता है बीत जाता है।
वक्त दिखाई नहीं देता,
लेकिन बहुत कुछ दिखा जाता है।
समय का आईना,
कभी झूठ नहीं बोलता।
अपनों को परखने का सबसे अच्छा समय,
आप का सबसे बुरा समय होता है।
वक्त धीरे-धीरे ही सही,
लेकिन बदलता जरूर है।
वक्त राजा को रंक बना सकता है,
और वक्त ही रंक को राजा बना देता है।
समय सबसे बड़ा सौदागर होता है,
जो हर पल आपके जीवन के साथ खेलता है।
समय जब बीत जाता है तो,
लौटकर कभी नहीं आता।
जो लोग मौज मस्ती के लिए समय नहीं निकालते,
देर सबेर वे बीमारी के लिए समय निकाल लेते है।
समय बीत जाने के बाद कदर की जाए तो,
वो कदर नहीं अफसोस कहलाता है।
समय जब निर्णय करता है तो,
गवाहों की जरूरत नहीं पड़ती है।
जो समय के साथ नहीं चलता,
फिर उसके साथ कोई नहीं चलता।
समय से बड़ा गुरु, दानी, बलवान,
इस संसार में कोई नहीं है।
समय की सीख,
जीवन भर याद रहती है।
वक्त आता है वक्त जाता है
वक्त को संभाल कर रखें,
वक्त बेवक्त काम आता है।
हर पल, हर वक्त, हर क्षण,
आपका जीवन समाप्त हो रहा है।
सफाई देने में अपना समय मत बर्बाद करिए,
लोग केवल वही सुनते है जो वो सुनना चाहते है।
समय जब देखा है तब भी छप्पर फाड़ के देता है,
और जब लेता है तब भी छप्पर फाड़ कर लेता है।
समय की दवाई कभी,
कड़वी तो कभी मीठी लगती है।
जो समय को बर्बाद करता है,
समय उसे बर्बाद कर देता है।
समय लेता भी है,
तो देता भी है।
वक्त सबका आता है,
कोई बिखर जाता है तो कोई निखर जाता है।
इंतजार वह करते है,
जिन्हें वक्त की कदर नहीं होती।
समय धीरे-धीरे हर वस्तु को,
ठोक पीटकर परिपक्व बना देता है।
आपके पास किसी कार्य को प्रारंभ करने का समय नहीं है,
तो उसको समाप्त करने का समय कब होगा।
समय बर्बाद करके आप अपने,
जीवन का अमूल्य वक्त बर्बाद कर रहे है।
समय हमेशा आपके साथ होता है,
वह बुरा या अच्छा यह आपके कर्म तय करते है।
वक्त बुरा नहीं होता,
व्यक्ति के हालात बुरे होते है।
समय के साथ जो साझेदारी कर लेता है,
वो बीच सफर में नहीं रुकता।
समय जब भी वार करता है तो,
वह दिन, दिशा और वार नहीं देखता।
वक़्त और किस्मत पर कभी
घमंड न करो
सुबह उनकी भी होती है जिन्हे
कोई याद नहीं करता
दुनिया समझती थी बेकार जिसे
वो खोटा सिक्का भी एक दिन चल जायेगा,
मंजिल चुन कर आगे बढ़ चुका हूँ मैं
हौसले बढ़ रहे हैं मेरे, वक्त भी बदल जायेगा।
हार जाते हैं वो,
जो वक़्त के आगे घुटने टेक दिया करते हैं,
जीत उन्हीं की होती है,
जो बहानों के लिबासों को उतार फेंक दिया करते हैं।
किसी ने क्या खूब लिखा है
वक़्त निकाल कर बाते कर लिया करो अपनों से
अगर अपने ही ना रहेंगे..
तो वक़्त का क्या करोगे
रिश्ते में समय उद्धरण की छवि
बीते वक्त को याद कर, यूँ अश्क न बहाया कर
अपने दिल पर लगे जख्म, सबको न दिखाया कर
ये जो चल रहा है वक्त, कुछ कर गुजर इसमें
पानी है मंजिल तो, मेहनत से न घबराया कर।
सो रही है दुनिया
बस एक सपनों का तलबगार जाग रहा है,
दिन भी छोटे और रातें भी छोटी लगती हैं
वक्त जैसे जिंदगी से भी तेज भाग रहा है।
आगे तुम्हीं को बढ़ना है नियति का यही इशारा है
ये हालात तुम्हारे हैं ये संघर्ष भी तुम्हारा है
तुम्हें खुद ही बदलना होगा सब क्योंकि
ये जिंदगी तुम्हारी है और ये वक्त भी तुम्हारा है।
आगे वही बढ़ पायेगा
जो जिंदगी को अपने हिसाब से चलाएगा,
कौन रहेगा मैदान में कौन बाजी हारेगा
किसमें है कितना दम अब ये वक्त बताएगा।
मोहब्बत के भी अपने दायरे हैं हुजूर
वक्त अच्छा हो तो बेपनाह मिलती है
वर्ना ये तन्हाई में तनहा तड़पती है।
रोने से किसी को पाया नहीं जाता,
खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता,
वक़्त सबको मिलता है ज़िन्दगी बदलने के लिए
पर ज़िन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए.
वक्त नूर को बेनूर कर देता हैं,
छोटे से जख्म को नासूर कर देता हैं,
कौन चाहता हैं अपनों से दूर होना,
लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता हैं…
गुज़र जाते है…खूबसूरत लम्हे
यूँ ही मुसाफिरों की तरह
यादें वही खड़ी रह जाती है,
रुके रास्तो की तरह
किसी की मजबूरियों पर मत हँसिये
कोई मजबूरियां खरीद कर नहीं लाता
डरिये वक़्त की मार से…क्यूंकि
बुरा वक़्त किसी को बता कर नहीं आता
बहुत गुज़ारा हैं मैंने, वक़्त तुम्हारे साथ
फिर भी न जाने क्यों लगता हैं
जैसे गुज़र गया हैं वक़्त कुछ ही पलो में
अगर रोई हैं आखे समय के साथ
तो मौका मिलगा इसे मुस्कुराने का भी
ये वक़्त हैं बदलता हैं
पर वक़्त लेकर बदलता हैं
वक्त पर शायरी
ये वक़्त नहीं वक़्त बर्बाद करने का,
ये तो वक़्त है बहुत कुछ करने का।
जिसने वक़्त की अहमियत को जान लिया,
उसने सफलताओ को अपना मान लिया।
वक़्त हमेशा चलता रहता है,
इसलिए जीत जाता है।
इंसान रुक-रुक कर चलता है,
इसलिए हार जाता है।
अगर किसी को कुछ देना है तो
उसे अच्छा वक्त दो, क्योंकि
आप हर चीज़ वापिस ले सकते हो,
मगर किसी को दिया हुआ अच्छा वक्त
वापिस नही ले सकते ।
ज़िंदगी मोहताज नहीं मंज़िलों की,
वक़्त हर मंज़िल दिखा देता है,
मरता नहीं कोई किसी से जुदा होकर,
वक़्त सबको जीना सिखा देता है ।
मंज़िल के दरवाज़ों पर मेहनत से सदा दो
पैगाम ज़माने को तुम क्रांती का सुना दो..
वक्त पर छोड़ दो तुम कुछ फैसले अपने
आगे बढ़ो पत्थर उछालने वालों को दुआ दो..
बीते पल को खरीद ले, ऐसा अमीर कहां होता है..
वक्त भी तो होता है उसी का जमीर जहां होता है..
वक्त वक्त की बात है
किसी इच्छा के पूरी ना होने की
तुझे क्यों शिकायत है
समय आने पर पूरी हो जाती
बंदे की हर चाहत है
शायद यह वक़्त हम से कोई चाल चल गया,
रिश्ता वफ़ा का और ही रंगों में ढ़ल गया,
अश्क़ों की चाँदनी से थी बेहतर वो धूप ही,
चलो उसी मोड़ से शुरू करें फिर से जिंदगी।
Quotes on time and life
बुरा हो वक्त तो सब आजमाने लगते हैं
बड़ो को छोटे भी आँखे दिखाने लगते हैं
नये अमीरों के घर भूल कर भी मत जाना
हर नयी चीज की कीमत बताने लगते हैं
जब आप का नाम जुबान पर आता हैं,
पता नहीं दिल क्यों मुस्कुराता हैं,
तसल्ली होती है मन को कोई तो है अपना,
जो हँसते हुए हर वक्त याद आता हैं…
Waqt Par Shayari Hindi me
वक्त बहुत कम है साथ बिताने में,
इसे न गवांना कभी रूठने मनाने में,
रिस्ता तो हमने बांध ही लिया है आप से,
बस थोड़ा सा साथ दे देना इसे निभाने में।
शायद यह वक़्त हम से कोई चाल चल गया,
रिश्ता वफ़ा का और ही रंगों में ढ़ल गया,
अश्क़ों की चाँदनी से थी बेहतर वो धूप ही,
चलो उसी मोड़ से शुरू करें फिर से जिंदगी।
कितना चालक है मेरा यार भी
उसने तोहफे मे घडी तो दी है
मगर कभी वक़्त नहीं दिया
वक्त की धुंध में छुप जाते हैं ताल्लुक,
बहुत दिनों तक किसी की आँख से ओझल ना रहिये।।
जनाब मालूम नहीं था की ऐसा भी एक वक़्त आएगा,
इन बेवक़्त मौसमों की तरह तू भी क्षणभर में यु बदल जायेगा।
ऐ बुरे वक्त, जरा अदब से पेश आ,
वक्त नही लगता वक्त बदलने में।
बुरा हो वक्त तो सब आजमाने लगते हैं
बड़ो को छोटे भी आँखे दिखाने लगते हैं
नये अमीरों के घर भूल कर भी मत जाना
हर एक चीज की कीमत बताने लगते हैं
काश इस गुमराह दिल को ये मालूम होता कि,
मोहब्बत उस वक्त तक ही दिलचस्प होती है
जब तक नहीं होती है।।
हर वक्त मेरा वहम नहीं जाता,
एक बार और कह दो की तुम मेरे हो।।
ज़िन्दगी की जरूरतें समझिए वक्त कम है फरमाइश लम्बी हैं,
झूठ-सच, जीत-हार की बातें छोड़िये दास्तान बहुत लम्बी है।।
वक्त बदलते देर नहीं लगती,
ये सब कुछ भुला भी देता है सिखा भी देता है।।
खूब करता है, वो मेरे ज़ख्म का इलाज,
कुरेद कर देख लेता है और कहता है वक्त लगेगा।।
मैं तो वक्त से हार कर सर झुकाएँ खड़ा था,
सामने खड़े कुछ लोग ख़ुद को बादशाह समझने लगे।।
प्यार अगर सच्चा हो तो कभी नहीं बदलता,
ना वक्त के साथ ना हालात के साथ।।
कौन कहता है कि वक्त बहुत तेज है,
कभी किसी का इंतजार तो करके देखो।।
लोगों पर भरोसा करते वक्त ज़रा सावधान रहिये,
क्युकि फिटकरी और मिश्री एक जैसे ही नजर आते है।।
तो क्या हुआ गर महंगे खिलौने के लिए जेब में पैसे नहीं,
मैं वक्त देता हूँ मेरे बच्चों को जो अमीरों को मयस्सर नहीं।।
कितना भी समेट लो हाथों से फिसलता ज़रूर है,
ये वक्त है दोस्तों बदलता ज़रूर है।।
फुर्सत निकालकर आओ कभी मेरी महफ़िल में,
लौटते वक्त दिल नहीं पाओगे अपने सीने में।।
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं,
देखना हैं जोर कितन बाजू-ए-कातिल में हैं,
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां,
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में हैं।।
धीरज का दामन पकड़े पढ़ लेंगे खामोशियों को,
अभी उलझनों में उलझे हैं वक्त लगेगा गिर कर संभलने में।।
आदमी के शब्द नहीं,
वक्त बोलता है।।
वक़्त लगता है खुद को बनाने मे,
इसलिए वक़्त बर्बाद मत करो किसी को मानाने में।
अभी तो थोडा वक्त हैं,
उनको आजमाने दो,
रो-रोकर पुकारेंगे हमें,
हमारा वक्त तो आने दो…
वक़्त बहुत कुछ, छीन लेता है,
खैर मेरी तो सिर्फ़ मुस्कुराहट थी।
जब हम रिश्तों के लिए वक़्त नहीं निकाल पाते
तब वक़्त हमारे बीच से रिश्ते को निकाल देता है
शाम का वक्त हो और ‘शराब’ ना हो,
इंसान का वक्त इतना भी ‘खराब’ ना हो।।
बेवजह तुम्हें यु याद करना,
बेवजह दोस्तो को यु परेशान करना,
फिजूल ही था तुम पर वक्त बर्बाद करना।
रोने से किसी को पाया नहीं जाता,
खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता,
वक़्त सबको मिलता है ज़िन्दगी बदलने के लिए
पर ज़िन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए.
ज़मीन पर मेरा नाम वो लिखते और मिटाते हैं,
वक्त उनका तो गुजर जाता है, मिट्टी में हम मिल जाते हैं।
वक़्त से पहले हादसों से लड़ा हूँ
मैं अपनी उम्र से कई साल बड़ा हूँ
उलझ गया था तुम्हारे दुपट्टे का कोना मेरी घड़ी से,
वक्त तब से जो रुका है तो अब तक रुका ही पड़ा है।।
लगा कर हमे आदत अपनी इस मोहब्बत की अब,
कहते हो दूर रहो हमसे मेरे पास वक़्त नही अब।
बुरा वक्त तो सबका आता हैं,
कोई बिखर जाता हैं कोई निखर जाता हैं…
वक़्त अजीब चीज़ है वक़्त के साथ ढल गए,
तुम भी बहुत करीब थे अब बहुत बदल गए।
ना करो हिमाकत किसी के वक़्त पर हसने की
ये वक़्त है जनाब चेहरे याद रखता है
कभी वक्त निकाल के हमसे बातें करके देखना,
हम भी बहुत जल्दी बातों मे आ जाते है।।
आँखों की नमी बढ़ गई,
बातों के सिलसिले कम हो गए,
जनाब ये वक़्त बुरा नहीं है,
बुरे तो हम हो गए।
वक्त तू कितना भी सता ले हमे लेकिन याद रख,
किसी मोड़ पर तुझे भी बदलने पर मजबूर कर देंगे…
वक़्त बदलने से उतनी तकलीफ नहीं होती,
जितनी किसी अपने के बदल जाने से होती है.
कुछ वक़्त ख़ामोश होकर देखा
लोग सच में भूल जाते हैं
उसे शिकायत है कि मुझे बदल दिया वक्त ने,
कभी खुद से भी सवाल करना कि क्या तुम वही हो?
खफा हम किसी से नहीं जनाब बस जरा वक़्त की कमी है,
आसमान में उड़ने का एक ख्वाब है और पैरों तले जमीं है।
जब आप का नाम जुबान पर आता हैं,
पता नहीं दिल क्यों मुस्कुराता हैं,
तसल्ली होती है मन को कोई तो है अपना,
जो हँसते हुए हर वक्त याद आता हैं…
वक्त बहुत कम है साथ बिताने में,
इसे न गवांना कभी रूठने मनाने में,
रिस्ता तो हमने बांध ही लिया है आप से,
बस थोड़ा सा साथ दे देना इसे निभाने में।
वक़्त रहता नही कहीं टिककर
इसकी आदत भी आदमी सी है
वक्त इशारा देता रहा और हम इत्तेफाक समझते रहे,
बस यूँही धोके खाते रहे, और इस्तेमाल होते रहे।।
आँखो में यु समन्दर लिए किनारे कि तलाश में हूँ,
इस वक्त को वक्त देकर वक्त पाने कि आस में हूँ।
जिन्दगी में अगर बुरे वक्त नही आते
तो अपनों में छुपे गैर,
और गैरों में छुपे हुए अपने
कभी नजर नही आते…
वक्त की यारी तो
हर कोई कर लेता है,
मजा तो तब है जब
वक़्त बदले और यार न बदले।
वक़्त नूर को बे -नूर कर देता है
छोटे से जख़्म को नासूर कर देता है
कौन चाहता है अपने से दूर होना
लेकिन वक़्त सबको मज़बूर कर देता है
वक़्त जब करवटें बदलता है,
फ़ित्ना-ए-हश्र साथ चलता है।।
कठिन समय पर सुविचार
वक़्त के साथ वक़्त से ही लड़ रहें है,
वक़्त के ही खेल में वक़्त से आगे निकल रहें है।
जो रोऊंगा तो पलकों पे नमी रह जायेगी,
ज़िन्दगी बस नाम की जिन्दगी रह जायेगी,
ये नहीं कि तुम बिन जी न पाउँगा,
हाँ मगर जिन्दगी में हर वक्त एक तेरी कमी रह जायेगी…
वक़्त आने पर
जवाब देंगे सबको
लहज़े सबके
याद हैं
जिन किताबों पे सलीक़े से जमी वक़्त की गर्द,
उन किताबों ही में यादों के ख़ज़ाने निकले।।
वो खूबसूरत बचपन सबको याद आता है,
जो वक्त के साथ यु बीत जाता है।
हर वक़्त दिल को जो सताए ऐसी कमी है तू,
मैं भी ना जानू की इतनी क्यूँ लाज़मी है तू।।
वो वक़्त भी बहुत खास होता है,
जब सर पर माता पिता का हाथ होता है।
वक़्त बर्बाद करने वालों को,
वक़्त बर्बाद कर के छोड़ेगा।।
ये वक्त गुजरता रहता है,
इंसान भी बदलता रहता है,
संभाल लो खुद को तुम जनाब,
वक्त खुद चीख कर कहता है।
जैसे दो मुल्कों को इक सरहद अलग करती हुई,
वक़्त ने ख़त ऐसा खींचा मेरे उस के दरमियाँ।।
इश्क़ का लम्हा महज़ एक वक़्त का फ़साना है,
और वक़्त की तो फ़ितरत ही बदल जाना है।
चेहरा ओ नाम एक साथ आज न याद आ सके,
वक़्त ने किस शबीह को ख़्वाब ओ ख़याल कर दिया।।
सुनो कभी तोहफे में घड़ी दी थी तुमने,
अब जब भी देखती हूं तो यही ख्याल आता है,
काश तुम थोड़ा वक़्त भी देते।
उसकी कदर करने में जरा भी देर मत करना,
जो इस दौर में भी आपको वक्त देता हो।।
पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्च ना करो की,
पैसा खर्च करने के लिए ज़िन्दगी में वक़्त ही न मिले।।
सँवारा वक्त ने उसको जिसने
वक्त का सही मतलब समझा,
वरना वक्त का महत्व क्या हैं ये तो
बस वक्त का मारा ही बता सकता हैं।
कैसे कहूँ कि इस दिल के लिए कितने खास हो तुम,
फासले तो कदमों के हैं पर, हर वक्त दिल के पास हो तुम।।
वो वक्त सी थी जो गुजर गई,
और मैं यादों सा था जो ठहर गया।
सब एक नज़र फेंक के बढ़ जाते हैं आगे,
मैं वक़्त के शो-केस में चुप-चाप खड़ा हूँ।।
जनाब तौबा करना अपना वक़्त किसी का करने से,
खुद की ज़िन्दगी का हिसाब नही कराया जाता औरों से।
रोके से कहीं हादसा-ए-वक़्त रुका है,
शोलों से बचा शहर तो शबनम से जला है।।
हर बार वक्त को दोष देना ठीक नहीं हैं,
कभी कभी ये लोग ही बुरे होते हैं।
सियाह रात नहीं लेती नाम ढलने का,
यही तो वक़्त है सूरज तेरे निकलने का।।
मेरे और तुम्हारे दरमियां हुनर का अंतर है जनाब,
क्योंकि हमको सिखाया है वक्त ने,
और आप को सिखाया है किताब ने।
उस वक़्त मुझे चौंका देना,
जब रँग में महफ़िल आ जाए।।
जनाब सब कुछ तो था उनके पास,
काश कुछ वक्त भी होता हमारे लिये उनके पास।
तुम ने वो वक्त कहां देखा जो गुजरता ही नहीं,
दर्द की रात किसे कहते हैं तुम क्या जानो।।
वक़्त तो वार करता है,
अपने भी वार करते हैं,
पर दर्द तब ज्यादा होता है,
जब दोनों इकट्ठे वार करते हैं।
सीख जाओ वक्त पर किसी की चाहत की कदर करना,
कहीं कोई थक ना जाये तुम्हें एहसास दिलाते दिलाते।।
कुछ लोग यहाँ वक्त की तरह होते हैं,
साथ तो चल सकते हैं,
पर हमारे लिए रुक नहीं सकते हैं।
वक्त चाहत नही होती तो तेरे करजज़ार होते,
एक पल के लिए भी हम तलाबदार न होते।।
सुनो ये जो वक़्त तुम्हारे बिना गुज़रता है ना,
बस अपनी ज़िंदगी के इसी हिस्से से बहुत नफ़रत है मुझे।
आप के दुश्मन रहें वक़्त-ए-ख़लिश सर्फ़-ए-तपिश,
आप क्यों ग़म-ख़्वारी-ए-बीमार-ए-हिजराँ कीजिये।।
कितना निराला होता है ना ये बुरा वक़्त भी जनाब,
कोई अकेला रहना चाहता है,
तो कमबख्त कोई किसी के साथ।
कोई ठहरता नहीं यूँ तो वक़्त के आगे,
मगर वो ज़ख़्म कि जिस का निशाँ नहीं जाता ।।
ये वक़्त ही था जिसने मुझे बदनाम किया है,
वरना गिने जाते थे हम भी कभी उन शरीफों में।
कल मिला वक़्त तो ज़ुल्फ़ें तेरी सुलझा लूंगा,
आज उलझा हूँ ज़रा वक़्त के सुलझाने में।।
सुना है कुछ लोगो का वक़्त बुरा सा चल रहा है,
और वो हैं कि नफरत हम ही से कर रहे हैं।
जब दिल पे छा रही हों घटाएँ मलाल की,
उस वक़्त अपने दिल की तरफ़ मुस्कुरा के देख।।
मैं जिसके साथ होकर वक्त को भूल जाता था,
वो वक्त के साथ मुझे भूल गयी है।
वक़्त का खास होना ज़रुरी नहीं,
खास लोगों के लिये वक़्त होना ज़रुरी हैं।।
ना उसने मुड़ कर देखा ना हमने पलट कर आवाज दी,
अजीब सा वक्त था जिसने दोनो को पत्थर बना दिया।।
ज़िन्दगी की भी अजीब सी कहानी है,
किसी के साथ हम वक़्त को भूल जाते है,
तो कोई वक़्त के साथ हमे भूल जाते है।
रोने से किसी को पाया नहीं जाता,
खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता,
वक़्त सबको मिलता है ज़िन्दगी बदलने के लिए,
पर ज़िन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए।
वक्त बदला और बदली कहानी हैं,
संग मेरे हसीं पलों की यादें पुरानी हैं,
ना लगाओ मेरे ज़ख्मो पे मरहम,
मेरे पास उनकी बस यही निशानी हैं!
आँखों की नमी बढ़ गई,
बातों के सिलसिले कम हो गए,
जनाब ये वक़्त बुरा नहीं है,
बुरे तो हम हो गए।
वक्त सबको मिलता हैं जिन्दगी
बदलने के लिए, पर जिन्दगी दुबारा
नही मिलती वक्त बदलने के लिए!
जिन्दगी में अगर बुरे वक्त नही आते
तो अपनों में छुपे गैर,
और गैरों में छुपे हुए अपने
कभी नजर नही आते।
जिन्हें दर्द देना है दर्द दे दो,
जिन्हें आजमाना है आजमाने दो,
हर एक चीज तुम्हे वापस लौटा दंगे
बस अपना सही वक्त आने दो।
बुरा हो वक्त तो सब आजमाने लगते हैं,
बड़ो को छोटे भी आँखे दिखाने लगते हैं,
नये अमीरों के घर भूल कर भी मत जाना,
हर एक चीज की कीमत बताने लगते हैं।
ज़िन्दगी की भी अजीब सी कहानी है,
किसी के साथ हम वक़्त को भूल जाते है,
तो कोई वक्त के साथ हमे भूल जाते है।
वक्त दर्द को भी बेदर्द कर देता है,
जख्म छोटे हो चाहे घाव बड़े कर देता है,
कौन चाहे की अपनो से दूर होना,
मगर ये समय सबको ऐसे ही मजबूर कर देता है।
इस वक़्त का मारा हु जनाब,
वक़्त पलटने की राह देख रहा हूं,
कभी मैं भी शेर था अपने उस जंगल का,
पर आज वक्त का शिकार हो गया हूं।
अगर खुद के लिए ही वक्त नहीं
निकाल पाओगे तो क्या खाक खुद
को बेहतर बना पाओगे।
ज़िन्दगी हसीन है इससे प्यार करो,
हो रात तो सुबह का इंतजार करो,
वो पल भी आयेगा जिसका इंतजार है,
रब पर भरोसा ओर वक्त पे ऐतबार करो।
Image of Time motivational quotes in HINDI
जब वक्त बुरा आता है,
तो कुछ अपने भी साथ कम
और ज्ञान ज्यादा देते है।
यह वक़्त गुजरता रहता है,
इंसान भी बदलता रहता है,
संभाल लो खुद को तुम जनाब
वक्त खुद चीख कर कहता है।
बुरा वक्त तो सबका आता हैं,
कोई बिखर जाता हैं कोई निखर जाता हैं।
उनका भरोसा मत करों,
जिनका ख्याल वक्त के साथ बदल जाएँ,
भरोसा उनका करो जिनका ख्याल वैसे ही रहे,
जब आपका वक्त बदल जाए।
वक्त नूर को बे -नूर कर देता है,
छोटे से जख़्म को नासूर कर देता है,
कौन चाहता है अपने से दूर होना
लेकिन वक़्त सबको मज़बूर कर देता है।
हम पर उन गलतियों के इल्जाम लगे,
जिन गलतियों मेरा कोई हाथ ना था,
अपनी बेगुनाही साबित भी कैसे करते,
जब वक्त ही मेरे साथ ना था।
समय की आंच में पत्थर भी पिघल जाते है,
ख़ुशी के लम्हे गम में बदल जाते है,
कौन करता है याद किसी को यारा,
समय के साथ खयालात भी बदल जाते है।
वक्त जैसे ही बुरा आया पता
लग गया कौन अच्छा था और
कौन बुरा था।
कभी गम कभी खुशी
ये जिंदगी का खेल है,
जीवन की पटरी पर दौड़ती
ये वक्त नामक रेल है।
किसी की मजबूरियों पर मत हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नही लाता,
डरिए वक्त की मार से क्योकि
बुरा वक्त किसी को बताकर नही आता।
एक दिन मेरे साथ बैठ के वक्त भी
बहुत रोया, बोला बन्दा तू ठीक है बस
मैं ही खराब चल रहा हूं।
कितना निराला होता है ना
ये बुरा वक़्त भी जनाब,
कोई अकेला रहना चाहता है,
तो कमबख्त कोई किसी के साथ।
किसीको भी कमजोर मत समझना
क्युकी तक़दीर को बदलने में
वक्त नहीं लगता।
वक्त बहुत कम है साथ बिताने में,
इसे ना गवांना कभी रूठने मनाने में,
रिस्ता तो हमने बांध ही लिया है आप से,
बस थोड़ा सा साथ दे देना इसे निभाने में।
घमंड करते रहे थे
कई रईस अपनी दौलत का
वक़्त ने अपनी एक दस्तक से
उन्हें उनकी औकाद दिखा दी।
समय का फैसला ही
आखरी फैसला होता है,
फिर ना गवाहों की सुनी जाती है,
और ना अदालत की।
जिसको जो कहना है कहने दो
आपका क्या जाता है,
वक्त वक्त की बात है और
वक्त सबका आता है।
मुश्किल वक्त का सबसे बड़ा सहारा है उम्मीद,
जो एक प्यारी सी मुस्कान देकर,
कानों में धीरे से कहती है सब अच्छा होगा।
धीरे-धीरे सब कुछ
संवर जाता है,
वक्त कितना भी मुश्किल हो
गुज़र जाता है।
वक़्त लगता है खुद को बनाने में,
इसलिए वक़्त बर्बाद मत करो,
बेवजह किसी को मनाने में।
जैसी करनी होगी तेरी,
वैसा ही फल तू पाएगा,
तेरी क्या औकात है प्यारे,
ये वक्त ही तुझे बताएगा।
वक्त बड़ा अजीब होता है,
इसके साथ चलो तो किस्मत बदल देता है,
और ना चलो तो
किस्मत को ही बदल देता है।
वक्त ने थोड़ा सा साथ नहीं दिया
तो लोगो ने, काबिलियत पर शक
करना शुरू कर दिया।
वक्त-वक्त पर खुद में बदलाव जरुरी है,
तभी जाकर जिन्दगी का दौर बदलेगा।
समय बदला और बदली कहानी हैं,
संग मेरे हसीं पलों की यादें पुरानी हैं।
वक्त तू कितना भी सता ले हमे लेकिन याद रख,
किसी मोड़ पर तुझे भी बदलने पर मजबूर कर देंगे!
वक्त जब भी शिकार करता है,
हर दिशा से वार करता है।
वो वक्त भी बहुत खास होता है,
जब सर पर माता पिता का हाथ होता है।
समय घाव करना भी जानता है,
और भरना भी जानता है।
किसी के बुरे वक्त पर हंसने की गलती मत करना,
ये वक्त है जनाब चेहरे याद रखता है।
समय से बड़ा बलवान,
इस संसार में कोई नहीं है।
जिसके पास पैसा है उसके पास वक़्त नहीं
और जिसके पास वक़्त है उसके पास पैसा नहीं।
तू बस वक्त से दोस्ती कर बाकी
सब तुमसे दोस्ती करेंगे।
वक्त से पहले हादसों से लड़ा हूं
मैं अपनी उम्र से कई साल बड़ा हूं।
दिल खोल कर हंसना तो मैं भी चाहता था
जिम्मेदारियों के बीच कभी वक़्त ही नही मिला।
वक्त की क़द्र हम तब तक नहीं करते,
जब तक वक्त हमें पीछे ना छोड़ दे।
बादशाह तो वक़्त होता है,
इंसान तो यु ही गुरुर करता है।
वक्त के फैसले कभी गलत नही होते,
बस साबित होने में वक्त लगता है।
वक्त अपनी अहमियत सबको सीखा देती है।
वक्त को अपना वक्त
बनाने में वक्त लागत है।
वक्त के साथ बदल जाओ या
फिर वक्त बदलना सीखो
मजबूरियों को मत कोसो
हर हाल में चलना सीखो।
हार जाते हैं वो जो समय के आगे
घुटने टेक दिया करते हैं,
जीत उन्हीं की होती है जो बहानों के
लिबासों को उतार फेंक दिया करते हैं।
वक्त से लड़कर जो अपना नसीब बदल दे,
इंसान वही जो अपनी तक़दीर बदल दे,
कल क्या होगा कभी ना सोचो,
क्या पता कल वक्त ख़ुद अपनी तस्वीर बदल दे।
वक्त, मौसम और लोगों की
एक ही फितरत होती है,
कब कौन और कहाँ बदल जाए
कुछ कह नहीं सकते।
घड़ी को देखो मत,
बल्कि वो करो जो घड़ी करती है,
बस चलते रहो।
अभी तो थोडा वक्त हैं,
उनको आजमाने दो,
रो-रोकर पुकारेंगे हमें,
हमारा वक्त तो आने दो।
गधा भी शान से झूमता है,
समय का पहिया जब
उसके पक्ष में घूमता है।
ये वक्त नहीं वक्त बर्बाद करने का,
ये तो वक़्त है बहुत कुछ करने का,
जिसने वक्त की अहमियत को जान लिया,
उसने सफलताओ को अपना मान लिया।
जिंदगी जख्मो से भरी है,
वक्त को मरहम बनाना सीख लो,
हारना तो है एक दिन मौत से,
फिलहाल जिंदगी जीना सीख लो।
अगर खुद के लिए ही वक्त नहीं
निकाल पाओगे, तो क्या खाक खुद
को बेहतर बना पाओगे!
अभी भी वक्त है वक़्त यूँ बेकार ना कर,
खींच ले कमान पर तीर और वार कर,
ज़्यादा से ज़्यादा निशाना चूक जाएगा,
जीतना है अगर कौशिशे सौ बार कर।
दुनिया समझती है बेकार जिसे,
वो खोटा सिक्का भी एक दिन चल जायेगा,
मंजिल चुन कर बढ़ चुका हूँ मैं,
हौसले बढ़ रहे हैं मेरे वक्त भी बदल जायेगा।
वक्त ओर अपने जब दोनो,
एक साथ चोट पहुंचाए,
तो इंसान बाहर से ही नहीं,
अन्दर से भी टूट जाता है।
जब हम रिश्तो के लिए वक्त नही
निकाल पाते, तब वक्त हमारे
बीच से रिश्ते को निकाल देता है।
तुझे चाहने वाले कम ना होंगे,
वक़्त के साथ शायद हम ना होंगे,
चाहे किसी को कितना भी प्यार देना,
लेकिन तेरी यादों के हकदार सिर्फ हम ही होंगे।
कभी-कभी समय आने में इतना
समय लग जाता है, की इंतज़ार करने
वाले के पास और समय नहीं बचता।
ना तूफ़ान ने दस्तक दी,
और ना पत्थर ने चोट दी,
वक्त तकदीर से मिला और
मुझे सजा-ए-मोहब्बत दी।
दिन गुजरता रहा वक्त ढलता रहा,
इस जिंदगी के सफ़र में,
रिश्तों का लहजा बदलता रहा।
कुछ लोग यहाँ वक़्त की
तरह होते है, साथ तो चल सकते है,
पर हमारे लिए रुक नहीं सकते है।
जरूरत से ज्यादा इज्जत ओर समय देने से,
लोग आपको फालतू समझने लगते है।
जब किसी दर्द की तुम्हे कोई दवा
ना मिले तो समझ लेना इसका
इलाज अब वक्त ही करेगा!
ना जाने क्यों वक़्त इस तरह गुजर जाता है,
जो वक़्त बुरा है वो पलट के सामने आता है,
और जिस वक़्त को हम दिल से पाना चाहते हैं,
वो तो बस एक लम्हा बनकर बीत जाता है।
गुजरा हुआ वक्त कभी वापस नहीं आता,
जो बुरे वक्त में साथ छोड़े वो अपना नहीं होता,
तु वक्त के भवंडर को पहचान जरा,
कोन अपने और कोन पराए इसे पहचान तु जरा।
तस्वीरें लेना भी जरूरी है जिंदगी में साहब,
आईना गुजरा हुआ वक्त नही बताया करते।
इश्क़ का लम्हा महज़
एक वक्त का फ़साना है,
और वक्त की तो फ़ितरत
ही बदल जाना है।
गुजरते गुजरते हम यूं ही गुजर जायेंगे,
वक्त ना सही एक दिन हम ही गुजर जायेंगे।
गुजरा हुआ वक्त है जो बेकार था हमारा,
अगर यही सोच कर रुक गए तो
भविष्य कुछ नही हमारा।
एक तूफ़ान आया और सब कुछ उड़ा कर चला गया,
गुजरा हुआ समय बहुत कुछ सिखा कर चला गया,
कभी सोचा ना था दुनिया में ऐसे लोग भी होते हैं,
जिन्हें चुप कराया वही हमे रुला कर चला गया।
कभी एक लम्हा ऐसा भी आता हैं,
जिसमे बीता हुआ कल नज़र आता हैं,
बस यादें रह जाती है याद करने के लिए,
और वक्त सब कुछ लेके गुज़र जाता हैं।
ज़मीन पर उनका नाम लिखते और मिटाते हैं,
वक्त उनका तो गुजर जाता है,
मिट्टी में हम मिल जाते हैं।
बीते वक्त को याद कर यूँ अश्क ना बहाया कर,
अपने दिल पर लगे जख्म सबको ना दिखाया कर,
ये जो चल रहा है वक्त कुछ कर गुजर इसमें
पानी है मंजिल तो मेहनत से ना घबराया कर।
गुज़र जाते है खूबसूरत समय
यूँ ही मुसाफिरों की तरह,
यादें वही खड़ी रह जाती है,
रुके रास्तो की तरह।
वक्त की एक आदत बहुत अच्छी हैं,
जैसा भी हो गुजर जाता हैं।
वक्त का सितम तो देखिए,
खुद गुज़र जाता है हमे वही छोड़ कर।
जो रोऊंगा तो पलकों पे नमी रह जायेगी,
ज़िन्दगी बस नाम की जिन्दगी रह जायेगी,
ये नहीं कि तुम बिन जी ना पाउँगा,
हाँ मगर जिन्दगी में हर वक्त एक तेरी कमी रह जायेगी।
मैं जिसके साथ होकर वक्त
को भूल जाती थी आज वो
वक्त के साथ मुझे भूल गए है।
हर वक्त इंसान ही नहीं
गलत होता,
कभी-कभी वक्त भी गलत
होता है।
ये वक्त ही था जिसने मुझे
बदनाम किया है,
वरना गिने जाते थे हम भी
कभी उन शरीफों में।
राब्ता लाख सही क़ाफ़िला-सालार के साथ,
हम को चलना है मगर वक़्त की रफ़्तार के साथ।
वक्त का पहिया कलाईयों पे बांध लेने से
कुछ नहीं होगा जनाब,
उसके साथ चलके उसको
आजमाना भी पड़ता है।
कुछ पाना कुछ खोना दस्तूर है जिन्दगी का,
यही एक किस्सा मशहूर है जिन्दगी का,
बीते हुए पल लौटकर नहीं आते
यही सबसे बड़ा कसूर है जिन्दगी का।
हार जाउँगा मुकदमा उस अदालत में,
ये मुझे यकीन था,
जहाँ वक्त बन बैठा जज और
नसीब मेरा वकील था।
वक्त, मौसम और लोगों की
एक ही फितरत होती है,
कब, कौन और कहाँ बदल जाए
कुछ कह नहीं सकते।
वक्त पर साथ देने वालों के लिए,
कभी समय का इंतजार मत करना,
तुम भी साथ देना उनका हर मुश्किल में,
कभी पिछे मत रह जाना।
वक्त पड़ा तो हमसे अपने ही मुँह मोड़ गए,
इस जहां में हम कितना अकेले हो गए।
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